कभी विद्युत पोल शिफ्टिंग तो कभी सीवर लाइन बिछाने के कारण लालपुल से कारगी तक रोड चौड़ीकरण का कार्य लटका रहा। हालांकि अब लालपुर-कारगी मार्ग के चौड़ीकरण का 50 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। मार्च अंत तक इस तीन किमी मार्ग का कार्य पूर्ण होने की उम्मीद है। अतिक्रमण हटाने के बाद करीब आठ मीटर चौड़ी सड़क रीक्लेम भाग के साथ 12 मीटर हो जाएगी।
तमाम अड़चनों के बीच शुरू हुए लालपुर-कारगी मार्ग के चौड़ीकरण का 50 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। मौसम की मार के चलते डामरीकरण की रफ्तार धीमी पड़ी है। मार्च अंत तक इस तीन किमी मार्ग का कार्य पूर्ण होने की उम्मीद है। इस बीच लालपुल से श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल तक डिवाइडर बनाया जा रहा है। इसके बाद फुटपाथ, सड़क पर सफेद पट्टी से लेन बना दी जाएंगी।
कभी विद्युत पोल शिफ्टिंग तो कभी सीवर लाइन बिछाने के कारण लालपुल से कारगी तक रोड चौड़ीकरण का कार्य लटका रहा। इसके बाद जगह-जगह अतिक्रमण की भरमार से भी लोक निर्माण विभाग को सड़क के चौड़ीकरण में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं, कुछ स्थानों पर अस्पताल और धार्मिक स्थल के अतिक्रमण को हटाने में भी विभाग के पसीने छूटे।
हालांकि, बीते कुछ समय से सड़क चौड़ीकरण का कार्य तेजी से होने लगा। अब तक 50 प्रतिशत कार्य हो चुका है। हालांकि, सर्द मौसम और पाला गिरने के कारण डामरीकरण चुनौती बन गया है। ऐसे में अब इस मार्ग पर सभी कार्य पूर्ण होने में मार्च अंत तक का समय लगने के आसार हैं।
लोनिवि निर्माण खंड के अधिशासी अभियंता प्रवीण कर्णवाल के अनुसार, सड़क के दोनों ओर नाली निर्माण लगभग पूर्ण कर दिया गया है, लालपुल से काली मंदिर चौक तक सड़क भी बना दी गई है। हालांकि, अभी फाइनल टच नहीं दिया गया है। जल्द ही लालपुल से श्री महंत इंदिरेश अस्पताल तक डिवाइडर भी बना दिया जाएगा। हालांकि, इसके आगे चौड़ाई कम होने के कारण पूरे मार्ग पर कहीं भी डिवाइडर नहीं बनेगा।
12 मीटर चौड़ी हो जाएगी सड़क
अतिक्रमण हटाने के बाद करीब आठ मीटर चौड़ी सड़क रीक्लेम भाग के साथ 12 मीटर हो जाएगी। दोनों ओर बनी नालियों के ऊपर टाइल लगाकर फुटपाथ बनाया जाएगा। इसके बाद सड़क पर अतिक्रमण नहीं किया गया तो वाहनों की आवाजाही के लिए पर्याप्त स्थान रहने की उम्मीद है।
शहर का महत्वपूर्ण मार्ग है लालपुल-कारगी रोड
कारगी रोड हरिद्वार बाईपास रोड और इससे सटे क्षेत्रों की लाखों की आबादी को शहर से जोड़ती है। रोड पर भी दोनों तरफ दो दर्जन से अधिक कालोनियां हैं। इसके अलावा श्रीमहंत इंदिरेश जैसा बड़ा अस्पताल भी इसी मार्ग पर पड़ता है। भंडारी बाग रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण के बाद इस मार्ग की अहमियत और बढ़ जाएगी।