Dehradun News: एटीएम का पासवर्ड न देने पर की थी सेवानिवृत्त ONGC अधिकारी की हत्या, पुलिस ने चार दिन में सुलझाई गुत्थी

क्राइम राज्य

Murder in Dehradun देहरादून के अलकनंदा एन्क्लेव में सेवानिवृत्त ओएनजीसी इंजीनियर अशोक कुमार गर्ग की हत्या लूट के इरादे से की गई थी। चार दिन की जांच और 750 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने किराए पर कमरा देखने के बहाने बुजुर्ग के घर में घुसकर वारदात को अंजाम दिया।

  1. अलकनंदा एन्क्लेव निवासी एकाकी बुजुर्ग की हत्या में दो आरोपित गिरफ्तार
  2. किराए पर कमरा लेने के बहाने घर में घुसे थे हत्यारोपित, सीसीटीवी फुटेज बनी सहारा

देहरादून। शहर के पाश इलाके अलकनंदा एन्क्लेव में नौ दिसंबर की रात्रि ओएनजीसी से सेवानिवृत्त अभियंता अशोक कुमार गर्ग की हत्या लूट के लिए की गई थी। चार दिन तक चली जांच एवं 750 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने गुरुवार को हत्या में शामिल दोनों आरोपितों को दबोच लिया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि आरोपित किराये पर कमरा देखने के बहाने से अशोक गर्ग के मकान में दाखिल हुए थे। जब उन्हें बुजुर्ग के अकेले रहने व बैंक अकाउंट में काफी रकम होने का पता चला तो उन्होंने लूट की साजिश रची। उन्होंने एटीएम छीनकर बुजुर्ग से उसका पासवर्ड पूछा, लेकिन जब गर्ग ने पासवर्ड नहीं बताया तो उन्होंने धारदार कटर से प्रहार कर उनकी हत्या कर डाली।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने गिरफ्तार आरोपितों के नाम ग्राम-खेडी थाना-दौराला जिला-मेरठ निवासी नवीन कुमार चौधरी और बड़े मंदिर के पास जैन मोहल्ला बड़ौत जिला-बागपत उत्तर प्रदेश निवासी अनंत जैन बताया।

पुलिस के अनुसार वर्तमान में दोनों देहरादून के वसंत विहार इंद्रानगर स्थित माउंट फोर्ट एकेडमी के पास किराये के फ्लैट में रह रहे थे। देर शाम पुलिस कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नौ दिसंबर की रात लगभग साढ़े आठ बजे पुलिस को सूचना मिली थी कि वसंत विहार थाना क्षेत्र के जीएमएस रोड स्थित अलकनंदा एन्क्लेव में 76 वर्षीय अशोक कुमार गर्ग की हत्या हो गई है। उनके गले व पेट पर किसी धारदार हथियार से प्रहार के घाव थे।

अशोक कुमार की दो बेटियां हैं, जिनमें एक गुरुग्राम और दूसरी चेन्नई रहती है। उनकी पत्नी का पांच वर्ष पूर्व निधन हो गया था। इसके बाद से अशोक गर्ग पूरे मकान में अकेले रहते थे। वह मकान के पिछले में बना एक रूम सेट किराये पर देना चाह रहे थे।घटना के दिन किराये पर देने वाले कमरे में रंग-रोगन करा रहे थे। इसी दौरान दो युवक दोपहर साढ़े 12 बजे कमरा देखने आए और रात में या अगले दिन अग्रिम धनराशि देने की बात कहकर चले गए। पुलिस ने जब हत्या के बाद पूरे इलाके में विभिन्न मार्गों पर लगे सीसीटीवी की फुटेज जांची तो रात्रि करीब आठ बजे दो युवक जाते हुए नजर आए। उक्त दोनों युवकों को मुख्य संदिग्ध मानकर पुलिस जांच आगे बढ़ाती गई और बुधवार देर रात दोनों आरोपितों को दबोच लिया गया।दोनों आरोपित एक-दूसरे को पहले से जानते थे। आरोपितों से लूटा गया एटीएम, डेढ़ हजार नगद, आधार कार्ड व वारदात में प्रयुक्त आराेपित नवीन की स्कूटी बरामद की गई।

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