दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने डॉक्टरों के साथ खड़े होने का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो दिल्ली सरकार डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट लाएगी। साथ ही उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य को अपनी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि हमने हमेशा डॉक्टरों के सम्मान के लिए काम किया।
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के वार्षिक समारोह का हुआ आयोजनहमने बिना भेद किए सरकारी और निजी क्षेत्र के डाक्टरों को नीति में शामिल किया: CM आतिशी , नई दिल्ली। आप सरकार हमेशा दिल्ली के डॉक्टरों के साथ खड़ी थी, खड़ी है और भविष्य में भी खड़ी रहेगी। डॉक्टरों के साथ हिंसा की खबरें सुनने को मिलती हैं। अगर दिल्ली में जरूरत पड़ी तो हमारी सरकार डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा रोकने के लिए डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट लाएंगे। अन्य जरूरी कदम भी उठाएंगे। यह बात मुख्यमंत्री आतिशी ने कही। वह रविवार को एक निजी होटल में हुए दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के वार्षिक समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहीं थीं।उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जब भी डॉक्टरों के लिए कोई नीति बनाई है, बिना भेद किए सरकारी और निजी क्षेत्र के डॉक्टरों को उसमें शामिल किया। सरकारी- निजी क्षेत्र के डॉक्टरों, नर्सिंग और ब्लड बैंक कर्मचारियों सभी कोविड योद्धाओं को एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि दी। हमने हमेशा उनका मान-सम्मान बढ़ाने का प्रयास किया।हमारी शिक्षा और स्वास्थ्य सबसे बड़ी प्राथमिकता: CM आतिशी उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षा और स्वास्थ्य सबसे बड़ी प्राथमिकता है। हम दिल्ली के लोगों को अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। क्योंकि शिक्षा और स्वास्थ्य दो ऐसे सेक्टर हैं जो केवल सरकार के विभाग नहीं हैं। यह केवल सरकार का खर्च नहीं है, बल्कि यह हमारे देश के भविष्य में निवेश है। इसलिए हमारी सरकार हमेशा से शिक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देती आई है। चाहे प्राथमिक हेल्थ केयर में मोहल्ला क्लीनिक बनाना हो, चाहे सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं को अपग्रेड करना हो, चाहे कैट एम्बुलेंस के रेस्पान्स टाइम को 55 मिनट से 15 मिनट पर लेकर आना हो।