ऋषिकेश/ रविवार शाम नीलकंठ महादेव के दर्शन कर लौट रहे 24 किशोर-किशोरियां घने जंगल में रास्ता भटक गए। जैसे ही यह सूचना फैली पूरे ऋषिकेश में हड़कंप मच गया।
ये सभी बच्चे नीलकंठ दर्शन के बाद राजा जी नेशनल पार्क के रास्ते पैदल घर लौट रहे थे इसी बीच घने जंगल में वे रास्ता भटक गए।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इनमें कुछ बच्चे चार-पांच साल के भी थे। सभी बच्चे कृष्णा नगर, वीरभद्र और बापूग्राम क्षेत्रों के निवासी हैं। लक्ष्मण झूला थाना प्रभारी संतोष पैथवाल ने बताया कि बच्चों की लोकेशन ट्रेस की गई और तत्काल एसडीआरएफ एवं पुलिस टीमों को अलर्ट पर रखा गया। बारिश, अंधेरा और जंगल की खतरनाक परिस्थितियों के बावजूद पुलिस और वन विभाग की टीमें घंटों पैदल चलकर बच्चों तक पहुंचीं।
भारी बारिश बिना लाइट के जंगल और हाथी, भालू, तेंदुए जैसे जंगली जानवरों के खतरे के बीच बच्चों को सुरक्षित बाहर लाना किसी चुनौती से कम नहीं था। परन्तु वन विभाग और पुलिस की तत्परता से सभी बच्चों को सकुशल बाहर निकाल कर परिजनों को सौंप दिया गया। बच्चों के लौटने पर बैराज पर गूंजे जिंदाबाद के नारे लोगों ने पुलिस और वनकर्मियों की दिल से सराहना की।


