Dhananjay Dhoundiyal
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निम्बस एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट झाजरा देहरादून में राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में मनाई गई स्वामी विवेकानंद की जयंती


निम्बस एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट देहरादून में छात्र छात्राओं के द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर ‘विकसित युवा, विकसित भारत’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोज,स्लोगन, पोस्टर निबंध, प्रतियोगिता का आयोजन किया गया कार्यशाला की अध्यक्षता परिसर के निदेशक डॉ के.पी मिश्रा द्वारा की गई उन्होंने कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा की स्वामी विवेकानंद ने अपने विचारों में योग, साधना, ध्यान और सेवा का महत्व बताया। उन्होंने युवा पीढ़ी को जीवन में महत्वपूर्ण कार्यों के प्रति प्रेरित किया और उन्हें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कड़ी मेहनत करने का संदेश दिया। संस्थान के जनसंपर्क अधिकारी संजय गैरोला ने अपने संबोधन में कहा स्वामी विवेकानंद का एक अन्य महत्वपूर्ण संदेश था धर्म में समानता और सहिष्णुता का। उन्होंने यह बताया कि सभी धर्म एक ही दिव्यता की ओर ले जाते हैं और सभी मानव एक ही परमात्मा के बच्चे हैं। इसलिए, हमें धार्मिक भेदभाव को छोड़कर समृद्धि और एकता की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने युवा पीढ़ी को जीवन का मतलब समझाने का कार्य किया। उन्होंने कहा, “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त नहीं होता।” उनका यह कहना युवा पीढ़ी को सोचने का समर्थन करता है कि हमें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए किसी भी हाल में काम करना चाहिए और कभी भी हार नहीं माननी चाहिए। कार्यक्रम संयोजक नूपुर भंडारी एवम अमित वर्मा ने अपने संबोधन में कहा स्वामी विवेकानंद ने भारतीय समाज को जागरूक करने के लिए शिक्षा के महत्व को बताया और उन्होंने युवा पीढ़ी को शिक्षा के माध्यम से आत्मनिर्भर और सक्षम बनने का मार्गदर्शन किया। इस मौके पर संस्थान के निदेशक , विभागाध्यक्ष ,अध्यापक एवम समस्त छात्र छात्राएं उपस्थित रहे

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