मल्लिकार्जुन खड़गे के स्वागत के लिए लाया गया 100 किलो ढोल, बजते ही कांप उठता है रोम-रोम
देहरादून: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आज उत्तराखंड से लोकसभा चुनाव का शंखनाद करेंगे। इससे कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह दिखाई दे रहा हैं। देहरादून के बन्नू ग्राउंड में खड़गे को सुनने के लिए हजारों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता पहुंचे हैं।
वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे के स्वागत की भी विशेष तैयारी की गई है। जहां कुमाऊनी पारंपरिक छोलिया नृत्य से मल्लिकार्जुन खड़गे का स्वागत किया जाएगा। वहीं पिथौरागढ़ से सबसे बड़े 100 किलो के ढोल को भी स्वागत में लाया गया हैं। यह ढोल धारचूला से विधायक हरीश धामी द्वारा लाया गया है। यह ढोल पिथौरागढ़ के बंगापानी तहसील के गांव जाराजीबली के ग्रामीणों के पास है। इसे देवताओं को प्रसन्न करने के लिए विशेष आयोजन में बजाया जाता है। खास बात यह है कि दो लोग इस वाद्ययंत्र को कंधे पर उठाते है। जबकि एक व्यक्ति द्वारा बजाया जाता है। कुल तीन लोग एक वाद्ययंत्र को बजाते हैं।
उत्तराखंड के सभी पहाड़ी क्षेत्र में अलग-अलग वाद्य यंत्रों का प्रयोग किया जाता है। जिसका प्रचलन प्राचीन काल से होता आ रहा है। उनका महत्व उसे क्षेत्र के परिवेश, संस्कृति एवं विरासत पर आधारित होता है। और सदियों से चली आ रही यह क्षेत्रीय हुनर बाजी कला के क्षेत्र में एक विशेष महत्व रखती है। उत्तराखंड के विशेष रूप से ढोल दमाऊं का प्रचलन है जो यहां सदियों से चला आ रहा है। खास बात यह है कि जब यह बजाया जाता है तो रोम-रोम कांप उठता है। इसके साथ ही पारंपरिक वेशभूषा में महिलाएं भी बारी संख्या में पहुंची हैं।