पत्रकारों के साथ ऐसा बर्ताव आपको शोभा नहीं देता!

राज्य

पत्रकारों के साथ ऐसा बर्ताव आपको शोभा नहीं देता!

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आईपीएल के मुकाबले खेले जा रहे हैं। घरेलू टीम लखनऊ सुपरजाइंट्स ने अपने तीन मुकाबले जीतकर होम ग्राउंड का पूरा फायदा लिया है। लखनऊ ने कल चेन्नई को 8 विकेट से हराया लेकिन इस मुकाबले में धोनी ने दिल जीत लिया और सिर्फ नौ गेंद में 28 रन की तूफानी पारी खेली हालांकि मैच लखनऊ में जीत लिया।

एक ओर लखनऊ सुपरजाइंट्स अपने होम ग्राउंड पर अच्छा प्रदर्शन कर रही है तो दूसरी तरफ मैदान के बाहर कुछ खबरें आपको परेशान कर सकती हैं। लखनऊ सुपरजाइंट्स और यूपीसीए के द्वारा तमाम तरह के दावे किए जा रहे हैं लेकिन दर्शकों और पत्रकारों के साथ उनका व्यवहार सवालों के घेरे में है। फ्रेंचाइजी के द्वारा पत्रकारों के साथ बुरा बर्ताव किया जा रहा है। हालांकि लखनऊ के पत्रकार लखनऊ सुपर जेंट्स का पूरा सपोर्ट कर रहे हैं और अच्छी कवरेज भी दे रहे हैं लेकिन इसके बावजूद फ्रेंचाइजी और यूपीसीए के द्वारा लखनऊ के लोकल पत्रकारों के साथ-साथ लखनऊ क्रिकेट एसोसिएशन को तवज्जों नहीं दे रहा है। इसके साथ ही पास देने के नाम पर सिर्फ कुछ पास देकर लखनऊ के पत्रकारों को टरका दिया जा रहा है। इतना ही नहीं जो पास दिया जा वो शायद आप अपने एडिटर को न दे पाएं क्योंकि वो स्टैंड का है।
दरअसल इसके पीछे एक बड़ा खेल है। लखनऊ सुपरजाइंट्स ने जिस व्यक्ति को मीडिया हैंडल करने के लिए रखा है उसका व्यवहार सवालों के घेरे में है। वो सिर्फ चुनिंदा पत्रकारों को हैंडल कर रहा है। इतना ही नहीं कानपुर की लॉबी को ज्यादा तवज्जो दे रहा है। उधर लखनऊ सुपरजाइंट्स से मिली जानकारी के अनुसार इस व्यक्ति को 100 पास दिए जाते पत्रकारों को देने के लिए लेकिन ये सिर्फ अपने लोगों खुश करने के लिए लोगों को ये पास और कार पास देता है। मामला यही खत्म नहीं होता है बड़े मैचों में लखनऊ के लोकल पत्रकारों के नाम कवरेज लिस्ट से हटाए जा रहे हैं। इतना सब कुछ होने के बावजूद लोकल पत्रकार अब भी लखनऊ सुपरजाइंट्स का समर्थन कर रहे हैं लेकिन लखनऊ सुपरजाइंट्स लोकल पत्रकारों को लेकर बेहद खराब का बर्ताव कर रही है। जो पास दिए जा रहे हैं उसे लखनऊ के पत्रकार उस पास को अपने एडिटर को नहीं दे सकते हैं। इस वजह से लखनऊ के पत्रकार और क्रिकेट एसोसिएशन लखनऊ की काफी निराश नजर आ रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ और लखनऊ सुपरजाइंट्स को इस विषय पर भी सोचने की जरूरत है क्योंकि मीडिया आपकी कवरेज को लेकर हमेशा उत्साहित रहता है और साल भर प्रिंट से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ साथ डिजिटल मीडिया में आपकी खबरें पब्लिश कर आपकी टीम का हौसला बढ़ाने का काम करता है। लखनऊ के सभी खेल पत्रकार चाहते हैं कि लखनऊ सुपरजाइंट्स और यूपीसीए इस बारे में गंभीरता से सोचे और अच्छे मेजबान के तौर पर अपनी छवि सुधारने की भी जरूरत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *