नौगांव मुंगरा गढ़ के पास यमुना नदी किनारे फंसे 2 पशुओं के लिए देवदूत बनकर पहुंचे SDRF गंगनानी/फायर बिग्रेड टीम बड़कोट

Dhananjay Dhoundiyal
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नौगांव मुंगरा गढ़ के पास यमुना नदी किनारे फंसे 2 पशुओं के लिए देवदूत बनकर पहुंचे SDRF गंगनानी/फायर बिग्रेड टीम बड़कोट

नौगांव यमुना नदी के किनारे मुंगरा गढ़ के समीप (दूसरी तरफ कोल्ड स्टोर के नीचे) नदी के दूसरी तरफ तेज बहाव के चलते फंसे 02 पशुओं का SDRF और फायर बिग्रेड टीम द्वारा सफल रेस्क्यू किया गया। लेकिन दो जवान रेस्क्यू के दौरान उक्त स्थान पर बन रहे भंवर में फसने के कारण मौत के मुंह से बाहर निकल बच आए। दोनों सदस्यों का टीम के अन्य सदस्यों द्वारा सफल रेस्क्यू कर लिया गया है

उत्तरकाशी के बड़कोट तहसील के अंतर्गत मुंगरा गढ़ (नौगांव नगर पंचायत) के समीप 4 पशु यमुना नदी के किनारे फंसे थे। जिसको लेकर समाजसेवी अनुज रावत, आनंद परमार और राहुल को सूचना दी। उक्त स्थान पर कहीं से भी किसी को कुछ दिखता नहीं है। मीडिया द्वारा उपजिलाधिकारी बड़कोट मुकेश चंद रमोला को फोन के माध्यम से घटना को लेकर सूचित किया गया। जिसके बाद एसडीएम ने SDRF गंगनानी और फायर टीम बड़कोट को मौके पर भेजा। टीम द्वारा नदी के तेज बहाव और भंवर वाले जगह के दूसरी तरफ फंसे 2 पशुओं का सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। उक्त स्थान पर 4 पशु फंसे थे, 2 ने भूख/प्यास/भय से दम तोड़ दिया। पशुओं फंसे होने की किसी को सूचना नहीं थी।

यमुनानदी के तेज बहाव के कारण फंसे पशुओं को बचाने के लिए देवदूत बनकर सबसे पहले आई फायर बिग्रेड बड़कोट की टीम का एक सदस्य रेस्क्यू के दौरान उक्त स्थान पर भंवर में फंसने के बाद मरते–मरते बचा। और जहां बैल था वहीं फंस गया। जिसके बाद एसडीआरएफ गंगनानी की टीम के सदस्यों द्वारा जवान को निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया गया, लेकिन अबकी बार एसडीआरएफ का जवान भंवर की जद में आ गया और ओ भी मरते–मरते बच गया। उसके बाद अन्य साथियों ने सभी का सफल रेस्क्यू कर लिया है। टीम के सभी सदस्य सकुशल हैं।

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