प्रेमनगर में ऊर्जा निगम की टीम ने एक व्यापारी के प्रतिष्ठान में बिजली चोरी का भंडाफोड़ किया है। मुख्य लाइन के केबल पर मीटर से पहले ही कट लगाकर 22 मीटर अतिरिक्त केबल जोड़ी गई थी। ऊर्जा निगम ने बिजली चोरी के आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। दूसरी तरफ ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक अनिल यादव ने कहा है कि बिजली चोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।देहरादून। राजधानी दून में भी इन दिनों बिजली चोरी के मामले प्रकाश में आ रहे हैं। एक दिन पहले जाखन में वेंडिंग जोन के निर्माण कार्य में बिजली चोरी पकड़ी गई तो अब प्रेमनगर क्षेत्र में कॉमर्शियल प्रयोग के लिए धड़ल्ले से बिजली चोरी किया जाना पकड़ में आया है।
यहां ऊर्जा निगम की विजिलेंस टीम ने राजेश भाटिया नाम के एक व्यापारी के प्रतिष्ठान में बिजली चोरी पकड़ी। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए ऊर्जा निगम के अवर अभियंता आरिफ अली ने बिजली चोरी के आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने के लिए प्रेमनगर थाने को तहरीर दी है।
पुलिस को दी गई तहरीर के मुताबिक विजिलेंस को सूचना मिली थी कि प्रेमनगर में राजेश भाटिया कमर्शियल प्रयोग के लिए बिजली चोरी कर रहे हैं। जिस पर टीम ने छापा मारा तो वहां पाया गया कि राजेश भाटिया ने मुख्य लाइन के केबल पर मीटर से पहले ही कट लगाकर 22.05 मीटर अतिरिक्त केबल जोड़ी है। जिससे कमर्शियल उपयोग के लिए बिजली चोरी किया जाना प्रकाश में आया। बिजली चोरी के लिए लगाई गई केबल को साक्ष्य के रूप में सील कर दिया गया है।
प्रेमनगर थाना के प्रभारी निरीक्षक को दी गई तहरीर में आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का अनुरोध किया गया है। वहीं, क्षेत्र के अवर अभियंता आरिफ अली के मुताबिक मुकदमा दर्ज कराकर प्रकरण में सख्त कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक अनिल यादव ने कहा है कि बिजली चोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सख्त कार्रवाई के लिए सभी अभियंताओं को निर्देश जारी किए गए हैं। विजिलेंस के साथ ही सब स्टेशन स्तर पर भी अलर्ट रहते हुए बिजली चोरी रोकने को कहा गया है।
ऊर्जा निगम की ओर से सितंबर से अब तक प्रदेश के पांच लाख उपभोक्ताओं को 15 करोड़ से अधिक रुपये की सब्सिडी प्रदान की जा चुकी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीते सितंबर में अपने जन्मदिन के अवसर पर यह सब्सिडी देने की घोषणा की गई थी। जिसके बाद से ऊर्जा निगम हिमाच्छादित क्षेत्र के उपभोक्ता और बीपीएल उपभोक्ताओं के साथ ही एक किलोवाट भार पर 100 यूनिट तक उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं को सब्सिडी का लाभ दे रही है।