Car Accident उत्तराखंड के जौनसार बावर में एक दर्दनाक कार दुर्घटना में भारतीय जीवन बीमा निगम के सहायक प्रशासनिक अधिकारी माया सिंह पंवार की मौत हो गई जबकि उनकी पत्नी सुशीला देवी घायल हो गईं। यह हादसा कालसी चकराता स्टेट हाईवे पर ककाड़ी खड्ड चामड़चील के पास हुआ। पुलिस-एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर खाई से शव को बाहर निकाला। हादसे में कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।
- जौनसार बावर की लाइफ लाइन है कालसी चकराता स्टेट हाईवे
- ककाड़ी खड्ड चामड़चील के पास हुआ हादसा
Car Accident: रविवार सुबह जौनसार बावर की लाइफ लाइन कालसी चकराता स्टेट हाईवे पर ककाड़ी खड्ड चामड़चील के पास कार खाई में गिर गई।
हादसे में भारतीय जीवन बीमा निगम विकासनगर में सहायक प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि उनकी पत्नी घायल हो गयी। सूचना मिलने पर पुलिस व एसडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू कर खाई से शव को बाहर निकाला। हादसे में कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी।
पैतृक गांव कनबुआ जाने के लिए निकले थे
एलआईसी के विकासनगर कार्यालय में सहायक प्रशासनिक अधिकारी माया सिंह पंवार 55 पुत्र परम सिंह अपनी पत्नी सुशीला देवी के साथ कार से सुबह करीब साढ़े छह बजे अपने पैतृक गांव कनबुआ जाने के लिए निकले। जैसे ही कार कालसी चकराता मोटर मार्ग पर चामड़चील के समीप पहुंची कि अचानक अनियंत्रित होकर पैराफिट लांगते हुए सीधे गहरी खाई में जा गिरी।
खाई में गिरते समय कार का साइड गेट खुलने पर सुशीला देवी छिटककर झाड़ियों में गिर गयी, जबकि कार चला रहे माया सिंह पंवार सीधे कार समेत करीब चार सौ मीटर गहरी खाई में जा गिरे। झाड़ियों में हिम्मत करके सुशीला देवी खुद ही खाई से रोड पर पहुंची।
प्रत्यक्षदर्शी पत्नी ने कहा कि अचानक दबा कार का एक्सीलेटर
एलआईसी कर्मी दिनेश चौहान आदि अस्पताल में सहायक प्रशासनिक अधिकारी मायाराम पंवार की पत्नी सुशीला देवी का हाल चाल जानने गए। कार हादसे की प्रत्यक्षदर्शी सुशीला देवी ने घटनाक्रम के बारे में बताया कि सुबह साढ़े छह बजे के करीब लाइन जीवनगढ़ स्थित घर से पैतृक गांव कनबुआ जाने के लिए पति पत्नी कार से निकले थे।दंपती को कनबुआ में शिलगुर बिजट देवता मंदिर में दर्शन करने थे और घर में संक्रांति की पूजा अर्चना भी थी। ककाड़ी खड्ड चामड़चील के पास जिस जगह पर हादसा हुआ रोड चौड़ी थी, ट्रैफिक भी कुछ खास नहीं था। पति पत्नी बातें करते जा रहे थे। इसी बीच कार अचानक तेज हो गयी, जैसे नींद की झपकी में एक्सीलेटर ज्यादा दब गया हो।अचानक गाड़ी खाई साइड मुड़ी। उसने कहा भी कि किधर जा रहे हो, कुछ सोच पाते खाई पैराफिट को लांघते हुए सीधे खाई में गिर गयी। खाई में गिरते समय उनकी साइड का कार का गेट खुलने पर वह नीचे गिरी और छिटक कर रोड से थोड़ा नीचे ही खाई में जाकर झाड़ियों में अटक गयी, उसने हिम्मत की और झाड़ियों और पत्थरों को पकड़ते हुए खाई से रोड पर पहुंची।