दिल्‍ली की तरह ऋषिकेश में भी ऊंचा हो रहा कूड़े का पहाड़, हजारों लोगों का सांस लेना मुश्किल

lokjanexpress.com
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Rishikesh Garbage Mountain ऋषिकेश में कूड़े का पहाड़ शहरवासियों के लिए अभिशाप बनता जा रहा है। करीब 40 से 45 मीटर ऊंचे इस कूड़े के ढेर की गंगा नदी से दूरी महज 250 मीटर है। यह पर्यावरण व पर्यटन के लिए गंभीर संकट तो बन ही रहा है साथ ही इस क्षेत्र की परिधि में बसी हजारों की आबादी के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है।

गोविंद नगर स्थित कूड़ा घर गोविंद नगर, मनीराम मार्ग, तिलक मार्ग, बनखंडी, गंगा नगर के लिए बना अभिशाप

टीम को पीड़ित लोगों ने बयां की पीड़ा, कहा, जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने नहीं ली सुधपर्यटन व पर्यावरण के लिए नुकसान बन रहा कूड़े का पहाड़, कई दशक से नहीं हो पाया निस्तारण

ऋषिकेश। Rishikesh Garbage Mountain: नैसर्गिक सौंदर्य व साहसिक खेलों के लिए विख्यात ऋषिकेश में कूड़े का पहाड़ शहरवासियों के लिए अभिशाप बनता जा रहा है।

करीब 40 से 45 मीटर ऊंचे इस कूड़े के ढेर की गंगा नदी से दूरी महज 250 मीटर है। यह पर्यावरण व पर्यटन के लिए गंभीर संकट तो बन ही रहा है, साथ ही इस क्षेत्र की परिधि में बसी हजारों की आबादी के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है।दुर्भाग्य से बीते दो से तीन दशकों में इस कूड़े के निस्तारण को न अधिकारियों ने गंभीरता दिखाई न जन प्रतनिधियों ने। इसी का परिणाम है कि यह कम होने के बजाय ऊंचा ही होता गया। अब देर सवेर सिस्टम नींद से जागा है, लेकिन अब विशाल पहाड़रूपी कूड़े के ढेर का निस्तारण गले की फांस बन रहा है।

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