
Dehradun Pollution देहरादून में प्रदूषण नियंत्रण के लिए बड़ा कदम डीजल बसों और विक्रमों को किया जाएगा बाहर। सीएनजी या इलेक्ट्रिक बसों को मिलेगा बढ़ावा। वर्तमान में शहर में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 36 इलेक्ट्रिक बसें संचालित हो रहीं लेकिन इनकी कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक प्रति बस होने के कारण निजी ट्रांसपोर्टर इन बसों को लाने पर सहमत नहीं हैं
- डीजल सिटी बसें और विक्रम किए जाएंगे बाहर, नई बस पर 50 प्रतिशत मिलेगी सब्सिडी
- प्रदूषण नियंत्रण को लेकर परिवहन विभाग की कार्ययोजना, नए मार्गों पर मिलेंगी परिवहन सुविधा
देहरादून। Dehradun Pollution: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की तर्ज पर परिवहन विभाग प्रदेश की राजधानी देहरादून में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर इस वर्ष वृहद स्तर पर बनाई गई कार्ययोजना को धरातल पर उतारने की तैयारी कर रहा।
दून शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण को कम करने, आमजन को सुविधा व आरामदायक सफर उपलब्ध कराने के लिए विभाग ने देहरादून शहर में दौड़ रही डीजल चालित सिटी बसों और विक्रमों को इस वर्ष बाहर करने की तैयारी कर ली है।
‘उत्तराखंड स्वच्छ गतिशीलता परिवर्तन नीति-2024’
डीजल बसों व विक्रमों के स्थान पर शहर में सीएनजी या इलेक्ट्रिक चालित बसें या ओमनी बस ही संचालित होंगी। परिवहन विभाग सरकार की ‘उत्तराखंड स्वच्छ गतिशीलता परिवर्तन नीति-2024’ के अंतर्गत पुरानी बसों को बदलने पर ट्रांसपोर्टरों को 50 प्रतिशत सब्सिडी भी देगा, जिसके आवेदन लिए जा रहे हैं।


