Earthquake in Uttarakhand उत्तरकाशी में अब तक छह दिन में भूकंप के आठ झटके आ चुके हैं। लगातार आ रहे भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत का माहौल है। जानिए हिमालय की गोद में बसे उत्तरकाशी जनपद से गुजरने वाले मेन सेंट्रल थ्रस्ट यानी मुख्य केंद्रीय भ्रंश (एमसीटी) के बारे में और कैसे यह भूकंप का कारण बनता है।

- विशेषज्ञों की मानें तो मेंन सेंट्रल थ्रस्ट के आसपास ही आते हैं ज्यादा भूंकप के झटके
- भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत का माहौल
- उत्तरकाशी में अब तक छह दिन में भूकंप के आठ झटके आ चुके हैं
उत्तरकाशी। Earthquake in Uttarakhand: जिला मुख्यालय समेत आसपास के क्षेत्रों में आ रहे भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत का माहौल है।
इन भूकंप के झटकों के पीछे की एक बड़ी वजह हिमालय की गोद में बसे उत्तरकाशी जनपद से मेन सेंट्रल थ्रस्ट याने कि मुख्य केंद्रीय भ्रंश (एमसीटी) का गुजरना है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस क्षेत्र के नीचे के लगातार विवर्तनिक हलचल चलती रहती है, जो कि भूकंप का कारण बनती है।
इंडियन और यूरेशियन प्लेटों के आपस में टकराने से हुआ हिमालय का निर्माण
विशेषज्ञों की मानें तो लगभग 50 मिलियन वर्ष पूर्व हिमालय का निर्माण इंडियन और यूरेशियन प्लेटों के आपस में टकराने से हुआ था। इंडियन प्लेट आज भी यूरेशियन प्लेट की ओर लगातार गति कर रही हैं। इन प्लेटों के आपस में टकराने से ही मुख्य केंद्रीय भ्रंश का निर्माण हुआ, जो कि वृहत हिमालय को लघु हिमालय से अलग करती है। इसका ढलान उत्तर तिब्बत की ओर है।


