
Maha Kumbh 2025 प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ की अफवाहों का खंडन करते हुए प्रशासन ने व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से चलाने का भरोसा दिलाया है। देहरादून से लौटे श्रद्धालुओं ने बताया कि भगदड़ की घटना के बाद पुलिस-प्रशासन ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित कर लिया था। महाकुंभ में स्नान और दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह का डर नहीं है।

प्रयागराज महाकुंभ से लौटे श्रद्धालु बोले, श्रद्धालुओं में ज्यादा फैलाई गई अफवाहभगदड़ के बाद वहां पुलिस प्रशासन स्थिति को कर लिया था काबू, अब सामान्य
देहरादून। Maha Kumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ से लौटे देहरादून के श्रद्धालुओं का कहना है कि महाकुंभ में भगदड़ के नाम पर कुछ ज्यादा ही अफवाह फैलाई जा रही है। जो घटना हुई उसके कुछ ही समय बाद पुलिस-प्रशासन ने स्थिति सामान्य कर दी थी। इसके बाद कोई भी बिना किसी भय के स्नान और दर्शन करने जा रहा था। हम भी बिना किसी भय से स्नान कर लौटे हैं।

सहारनपुर चौक स्थित श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर के पंडित आशीष उनियाल ने बताया कि वह बीते सात जनवरी को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी महाराज के साथ प्रयागराज महाकुंभ गए थे। गुरुवार देर रात को दून पहुंचे। वहां पर सभी कुछ बेहतर चल रहा था।
29 जनवरी को भगदड़ हुई हालांकि इसके बाद पुलिस-प्रशासन ने मोर्चा संभाला और स्थिति सामान्य हो गई। लेकिन कुछ लोग इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भी इस भगदड़ से श्रद्धालुओं में भय जैसी बात बता रहे हैं। जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
20 से अधिक लोगों का जत्था देहरादून से 27 जनवरी को महाकुंभ गया और स्नान के बाद गुरुवार देर रात वापस पहुंचा। महाकुंभ से लौटे लक्खीबाग निवासी रजनीश यादव ने बताया कि 29 जनवरी को जिस जगह पर भगदड़ हुई उसके अलावा सभी जगह व्यवस्था बेहतर तरीके से चल रही थी।
जब वे बाहर आए तो तब उन्हें पता चला कि अंदर कहीं भगदड़ हुई। लेकिन बाहर आते ही जैसे मोबाइल फोन खोला तो फेसबुक पर इस भगदड़ को कुछ ज्यादा ही दिखाया गया। लोग भी बाहर ऐसी बात बताने लग गए जो कुछ अंदर था भी नहीं।