Kitab Kauthig उत्तराखंड के श्रीनगर में किताब कौथिग आयोजन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है जिससे आयोजक और छात्र संगठन नाराज हैं। आइसा छात्र संगठन ने कुलपति से अनुमति देने की मांग की है। एनएसयूआई ने श्रीनगर प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया है और पौड़ी में किताब कौथिग आयोजित करने की अपील की है।

- किताब कौथिग आयोजकों ने नहीं किया कोई आवेदन
- पुलिस भर्ती परीक्षा के कारण विद्यालय प्रशासन ने नहीं दी अनुमति
श्रीनगर। Kitab Kauthig: गढ़वाल श्रीनगर में किताब कौथिग आयोजन को लेकर प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने को उपजिलाधिकारी श्रीनगर नुपुर वर्मा ने निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि 12 फरवरी तक इस सम्बन्ध में आयोजकों की ओर से कोई आवेदन नहीं किया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को 15 और 16 फरवरी को जनजागरण कार्यक्रम रामलीला मैदान में आयोजित कराने की अनुमति विधिवत रूप से 10 फरवरी को दे दी गयी थी।
उपजिलाधिकारी नुपुर वर्मा ने कहा कि किताब कौथिग आयोजन की अनुमति नहीं देने का आरोप बेबुनियाद है। कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर भ्रांति फैलाने की कोशिश की जा रही है जो उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि रामलीला मैदान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम की पूर्व निर्धारित तिथि होने से किताब कौथिग की अनुमति नहीं दी गयी।
राजकीय बालिका इंटर कालेज में किताब कौथिग आयोजकों की ओर से 9, 10, 11 जनवरी को राजकीय बालिका इंटर कालेज श्रीनगर में आयोजन की अनुमति मांगी गयी थी, लेकिन 12 जनवरी को राबाइंका श्रीनगर में लोक सेवा आयोग की पुलिस भर्ती परीक्षा होने के कारण विद्यालय प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। इनसेट किताब कौथिग आयोजन को अनुमति दी जाए आइसा छात्र संगठन ने गढ़वाल केंद्रीय विवि के कुलपति प्रो. एमएमएस रौथाण से मिलकर किताब कौथिग आयोजन के लिए अनुमति देने की मांग की है।
छात्रसंघ में छात्रा प्रतिनिधि प्रियंका खत्री, पूर्व अध्यक्ष अंकित उछोली, पूर्व उपाध्यक्ष राबिन असवाल के नेतृत्व में आइसा छात्र संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को कुलपति से इसी मुद्दे को लेकर वार्ता की। अंकित उछोली और प्रियंका खत्री का कहना था कि विश्वविद्यालय में शैक्षिक माहौल बनाने के लिए ऐसे आयोजन छात्र हित में भी है। लेकिन कुछ लोगों के विरोध और दबाव से इस आयोजन की अनुमति को निरस्त करना उचित नहीं है।उन्होंने कहा कि परीक्षाएं समाप्त होने के बाद किताब कौथिग आयोजन की अनुमति प्रदान की जाए। अन्यथा आइसा छात्र संगठन आंदोलन के लिए मजबूर होगा। प्रियंका खत्री, राबिन असवाल, अंकित उछोली के साथ ही छात्रसंघ कार्यकारिणी सदस्य शिवांक नौटियाल सहित अन्य छात्र भी कुलपति से वार्ता करने वालों में शामिल थे। इसी मुद्दे को लेकर एक ज्ञापन भी संगठन की ओर से कुलपति को दिया गया।

श्रीनगर प्रशासन पर साहित्यिक आयोजन में पक्षपात किए जाने का आरोप।
किताब कौथिग स्थगित होने पर बिफरी एनएययूआई
पौड़ी। एनएसयूआई श्रीनगर में होने वाले किताब कौथिग स्थगित किए जाने पर बिफर गई है। उन्होंने श्रीनगर प्रशासन पर साहित्यिक आयोजन में पक्षपात किए जाने का आरोप लगाया। कहा शिक्षा के हब में इस तरह की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। एनएसयूआई ने किताब कौथिग के आयोजनकर्ताओं से पौड़ी में यह कौथिग करवाए जाने की अपील की है।