
लोकजन एक्सप्रेस टिहरी गढ़वाल
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, एस आरटी परिसर, शिक्षा विभाग के चतुर्थ सेमेस्टर के प्रशिक्षणार्थियों ने अपने पाठ्यक्रम के अंतर्गत ‘संस्कृति एवं व्यंजनों का उत्सव’ आयोजित किया, जिसमें प्रशिक्षणार्थियों को सात समूहों विभाजित कर प्रत्येक समूह ने देश के एवम गढ़वाल के पारंपरिक व्यंजनों का निर्माण किया जिसमें फाणा, दही च्युड़ा, दालमा, गुरयाल की सब्जी कद्दू का रायता, ढोकला, मंडवा की रोटी, दही बड़ा, कापली आदि। साथ ही योग संवाद पत्रिका का विमोचन हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. दिनेश चंद्र स्वयं इस भव्य आयोजन में पधारे। उन्होंने इस सांस्कृतिक एवं पाक कला महोत्सव की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि “ऐसे कार्यक्रम हमारी जड़ों को और मजबूत करते हैं तथा विविधता में एकता की सच्ची मिसाल पेश करते हैं। कार्यक्रम क अध्यक्ष परिसर निदेशक प्रो ए ए बौड़ाई ने आयोजन की प्रशंसा की, बल्कि वहां के जीवंत माहौल में घुलमिल कर खुद भी इस सांस्कृतिक यात्रा का आनंद लिया। इसके अलावा, शिक्षा विभाग की संकाय व विभागाध्यक्षा प्रो सुनीता गोदियाल ने भी इस पहल को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि “विद्यार्थियों ने केवल व्यंजनों को नहीं, बल्कि पूरे भारतीय संस्कृति की मिठास को परोसा है। यह उत्सव केवल भोजन तक सीमित नहीं था, बल्कि यह भारतीय संस्कृति की एक सजीव प्रदर्शनी बन गया था, जहां हर स्वाद में परंपरा की मिठास और हर सुगंध में भारतीयता की महक है। कार्यक्रम में प्रो आर सी रमोला, प्रो एम एम एस नेगी, प्रो वीना जोशी, प्रो सी एस नेगी, प्रो पी डी सेमल्टी, डॉ नीरज जोशी, डॉ सुमन, डा, देवम्, डॉ मनोज नौटियाल, डॉ हेमराज, डॉ अखिलेश कुमार, डा अरविन्द कुमार आदि उपस्थित रहे।



