लोकजन एक्सप्रेस पौड़ी गढ़वाल। जिले में एनआईओएस से डीएलएड प्रशिक्षण लेकर नौकरी लगे 3 शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। ये सभी शिक्षक प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक के तौर पर थलीसैंण की अलग-अलग स्कूलों में तैनात थे। आरोप है कि इन शिक्षकों ने नियुक्ति के समय पूर्व से ही प्रशिक्षित होने का तथ्य छुपाया था। शिक्षा विभाग की ओर से राष्ट्रीय मुक्त विविद्यालय संस्थान से प्रशिक्षण ले चुके बेरोजगारों को प्राइमरी में सहायक शिक्षक के तौर पर नियुक्ति दी गई थी। इस प्रक्रिया में ऐसे युवाओं को नौकरी देनी थी जिन्होंने 2017-18 से पहले किसी तरह का प्रशिक्षण न लिया हो। नियुक्ति प्रक्रिया के तहत एनआईओएस के तहत प्रशिक्षण लेने वाले इन तीन शिक्षकों को भी तैनाती मिली थी।बीते दिनों शिक्षा विभाग ने सभी नियुक्तियों की गहनता से जांच की थी। जांच में पाया गया कि उक्त शिक्षकों ने एनआईओएस प्रशिक्षण से पहले भी प्रशिक्षण लिया था। जिससे उन्हें नौकरी से हटाया गया है। जिन तीन प्राइमरी शिक्षकों की सेवाएं समाप्त हुई हैं उनमें एक महिला भी शामिल है।पौड़ी के मुख्य शिक्षाधिकारी डा. नागेंद्र बत्र्वाल ने बताय कि इन तीनों शिक्षकों को थलीसैंण ब्लाक के अलग-अलग स्कूलों में तैनाती दी गई थी। इस मामले में जांच हुई तो पता चला कि तीनों शिक्षकों ने पहले भी प्रशिक्षण लिया है और उन्होंने यह बात विभाग को नहीं बताई।इस मामले में बीईओ स्तर से हुई जांच के बाद तीनों शिक्षकों को बीती 5 अगस्त को अपना पक्ष रखने के लिए भी कहा गया। इसके बाद तीनों शिक्षकों की सेवाएं समाप्त करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।


