बिग ब्रेकिंग:- होली पर घर जा रहे यात्रियों के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम की क्या है नई तैयारियां जानिएहोली के त्योहारी सीजन में यात्रियों को बेहतर सुविधा देने व कम समय में यात्रा पूरी कराने के लिए परिवहन निगम प्रबंधन ने तैयारी शुरू कर दी है। चूंकि, त्योहारी सीजन में दिल्ली मार्ग पर यात्रियों की सर्वाधिक भीड़ रहती है, ऐसे में परिवहन निगम ने इस मार्ग पर बसों के फेरे बढ़ाने और अतिरिक्त बसों का संचालन करने का निर्णय लिया है।साथ ही यह निर्णय भी लिया गया कि अगर मेरठ-मुरादनगर के बीच यातायात जाम की स्थिति बनती है तो दिल्ली मार्ग की वातानुकूलित व जनरथ बसों को मेरठ एक्सप्रेस-वे से संचालित किया जाएगा। यह निर्णय स्थिति के अनुसार लिया जाएगा।उत्तराखंड परिवहन निगम इस समय अपनी सुपर डीलक्स वाल्वो बसों का संचालन एक्सप्रेस-वे पर कर रहा है। दिल्ली के लिए वाल्वो बसें नानस्टाप भेजी जा रहीं हैं। ये बसें बिहारीगढ़ से एक्सप्रेस-वे होकर मुजफ्फरनगर से मेरठ और वहां से फिर एक्सप्रेस-वे होकर नोएडा होते हुए दिल्ली में कश्मीरी गेट आइएसबीटी जा रहीं हैं।बसों को दून-दिल्ली की दूरी तय करने में केवल चार से साढ़े चार घंटे लग रहे हैं, जबकि बाकी बसें करीब छह घंटे में यह दूरी तय कर रही हैं। अब चूंकि, होली के मद्देनजर यात्रियों की भीड़ बढ़नी शुरू हो गई है और मौसम भी गर्म हो गया है, ऐसे में यात्री एसी और जनरथ बसों की भी एडवांस आनलाइन बुकिंग करा रहे हैं।निगम में इन बसों की संख्या सीमित है, लिहाजा मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता ने बताया कि दिल्ली मार्ग पर रिजर्व में खड़ी सभी एसी व जनरथ बसों का संचालन करने के निर्देश दिए गए हैं। निगम प्रबंधन ने आदेश दिए हैं कि रास्ते में यात्री को देखकर अगर बस चालक ने बस नहीं रोकी तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।होली पर भीड़ के मद्देनजर परिवहन निगम प्रबंधन ने लंबी दूरी के समस्त मार्गों पर अतिरिक्त साधारण बसें लगा दी हैं। जो बसें मामूली खराबी के कारण कार्यशालाओं में खड़ी थीं, उन सभी को तत्काल ठीक कर मार्ग पर संचालन के लिए भेजने का आदेश दिया गया है। देहरादून से ही दिल्ली एवं अन्य मार्गों पर 100 अतिरिक्त बसें लगाई गई हैं।त्योहारी सीजन में निगम प्रबंधन ने बसों के सुचारू संचालन के लिए चालक, परिचालकों समेत समस्त डिपो अधिकारियों के अवकाश पर रोक लगा दी है। बताया गया कि बेहद अपरिहार्य स्थिति में ही मुख्यालय स्तर से अवकाश की मंजूरी दी जाएगी। इस दौरान अवकाश न लेने वालों को प्रबंधन ने प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया है।