UCC में लिव-इन के प्राविधान के विरोध पर सीएम धामी का बड़ा बयान, बोले- ‘यह संस्‍कृति का हिस्‍सा नहीं, लेकिन…’

राज्य

Live in Relation Registration उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लिव-इन रिलेशनशिप पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह राज्य की संस्कृति का हिस्सा नहीं है लेकिन सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों पर विश्वास रखती है। इसलिए लिव-इन में रहने वाले लोगों को इसकी जानकारी देनी होगी। सरकार का उद्देश्य लिव-इन में रहने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

  1. लिव इन में रहने वालों की सुरक्षा की गई है सुनिश्चित: धामी
  2. कहा, बाबा साहब आंबेडकर के संविधान को नहीं मानती कांग्रेस

देहरादून। Live in Relation Registration: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लिव इन रिलेशनशिप जैसी चीजें राज्य की संस्कृति का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों पर विश्वास रखती है, इसके लिए जो लोग लिव इन में रह रहे हैं, उन्हें इसकी जानकारी देनी होगी। सरकार की इसके पीछे मंशा लिव इन में रहने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।विधानसभा में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लिव इन के कई प्रकरणों में आपस रहने वालों के संबंध खराब हुए हैं। इसमें हिंसक घटनाएं और हत्या तक हुई हैं। ऐसे में उनके साथ होने की जानकारी पंजीकृत होनी चाहिए। इसकी सूचना उनके मां-बाप को भी होनी चाहिए।समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट बनाते समय कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दलों को सुझाव देने के लिए आमंत्रित किया गया था। इस विधेयक पर जनता ने अपनी मुहर लगाई है।

कांग्रेस को महिला सशक्तीकरण व सुरक्षा से कुछ लेना-देना नहीं

यह संविधान के अनुरूप बनाया गया कानून है। ऐसा लगता है कि कांग्रेस को महिला सशक्तीकरण व सुरक्षा से कुछ लेना-देना नहीं है। वह बाबा साहब डा भीमराव अंबेडकर के संविधान को नहीं मानती है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जनता की भावना के अनुरूप भू-कानून में कई प्रविधान किए हैं। प्रदेश की जनता लंबे समय से भू-कानून की मांग करती रही है।

सरकार ने गैरसैंण में हुए सत्र के बाद से लगातार हितधारकों, स्टेक होल्डर एवं राज्यवासियों के सुझाव व विचार लिए गए। विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ भी गैरसैंण में बैठक की गई। सभी जिलों के जिलाधिकारियों ने भी अपने जिलों में लोगों से सुझाव लिए। इसी के आधार पर यह कानून बनाया गया है। उन्होंने कहा कि यह एक सशक्त भू-कानून होगा। राज्य स्थापना के बाद राज्य में जो भी मुश्किलें आई हैं, उनका समाधान होगा।

स्मार्ट मीटर पर क्‍या बोले सीएम धामी?

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हर विषय पर सकारात्मक भाव से कार्य कर रही है। राज्य सरकार जनभावना के अनुरूप कार्य करती है। स्मार्ट मीटर के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह योजना पूरे देश में शुरू की गई है। यह जनता की सुविधा के लिए है। जो व्यक्ति अवैध कनेक्शन, बस्तियों में कटिया डालने और रोहिंग्याओं को कोई फायदा पहुंचाना चाहते हैं, वही इसका विरोध कर रहे हैं। जहां इंटरनेट नहीं है, वहां स्मार्ट मीटर योजना शुरू नहीं की जा रही है।

हिमाचल में जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां भी यह योजना चल रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के हृदय में उत्तराखंड बसता है। शीतकालीन चारधाम यात्रा के संबंध में उन्होंने कहा था कि वे इसमें शामिल होना चाहते हैं। वह मुखबा में आ रहे हैं। तीर्थ पुरोहित उनके स्वागत के लिए तैयार हैं।

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