Private Madrassas Sealing बसपा सुप्रीमो मायावती ने उत्तराखंड सरकार के देहरादून में निजी मदरसों को सील करने के फैसले की आलोचना की है। उन्होंने इसे गैर-धर्मनिरपेक्ष और द्वेषपूर्ण कार्रवाई बताया है। मायावती ने कहा कि सरकार को ऐसी कार्रवाइयों से बचना चाहिए जो धार्मिक भावनाओं को आहत करती हैं। वहीं देहरादून प्रशासन द्वारा मदरसों को सील करने की कार्रवाई के समर्थन में हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली।
, देहरादून। Private Madrassas Sealing: बसपा सुप्रीमो मायावती ने उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में प्राइवेट मदरसों को सील करने की धामी सरकार की कार्रवाई को आड़े हाथ लिया है। इतना ही नहीं उन्होंने धामी सरकार को नसीहत भी दी है।
उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड सरकार द्वारा पहले कुछ मजारों व धार्मिक स्थलों को ध्वस्त किए जाने के बाद अब राजधानी देहरादून में 11 प्राइवेट मदरसों को सील किए जाने की खबर की काफी चर्चा है। सरकार धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाने वाली ऐसी द्वेषपूर्ण व गैर सेक्युलर कार्रवाईयों से जरूर बचें।

वहीं मायावती ने कार्यकर्ताओं से आगामी 15 मार्च को कांशीराम की जयंती पूरे मिशनरी भावना के साथ मनाने की अपील की है। पार्टी के इन कार्यक्रमों को लेकर लखनऊ स्थित ’बहुजन समाज प्रेरणा केन्द्र’ जहां उनका अस्थि कलश स्थापित है व यूपी स्टेट कार्यालय में शुक्रवार को उन्होंने दौरा व निरीक्षण किया।
मदरसों को सील करने के समर्थन में निकाली रैली
देहरादून: प्रशासन की ओर से मदरसों को सील करने की कार्रवाई के समर्थन में हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय तक रैली निकाली। इस दौरान प्रशासन का आभार जताया। राजा रोड स्थित कार्यालय से हिंदू रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष ललित शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ता एकत्रित हुए। यहां से जिलाधिकारी कार्यालय तक रैली निकाली। इसके बाद प्रशासन की कार्रवाई के समर्थन में नारेबाजी की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, जिलाधिकारी के नाम सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लव जिहाद एवं लैंड जिहाद के बाद प्रशासन की ओर से अवैध मदरसों को सील किया गया। ऐसे में वहां पढ़ रहे बच्चों को अन्य जगह बेहतर शिक्षा मिल सकेगी। कहा कि जल्द ही हिंदू रक्षा दल की बैठक होगी। जिसमें सनातन को मजबूत करने और सदस्यता अभियान चलाने को लेकर चर्चा की जाएगी। इस मौके पर भंवर सिंह पुंडीर, शिवोम बाबा, रिमझिम काम्बोज, बाबी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।