दलाल बेच रहे फर्जी ​डिग्रियां:18-20 वर्ष का कागजी अनुभव दिखाओ और ‌30 हजार से 1.60 लाख में ले जाओ पीएचडी की डिग्री

क्राइम शिक्षा

दलाल बेच रहे फर्जी डिग्रियां:18-20 वर्ष का कागजी अनुभव दिखाओ और ‌30 हजार से 1.60 लाख में ले जाओ पीएचडी की डिग्री

एमजीएस यूनिवर्सिटी बीकानेर ने स्थापना के 21 वर्ष के इतिहास में पहली बार प्रतिष्ठित मूर्तिकार अरूण योगीराज को ऑनरेरी डॉक्टरेट (मानद पीएचडी) की डिग्री दी है। वहीं इन दिनों में सोशल मीडिया पर कई लोग मानद पीएचडी का ऑफर देकर कम पढ़े लिखे लोगों को फांस रहे हैं। इनकी ओर से 30 हजार रुपए से 1.60 लाख तक ऑनरेरी पीएचडी दिलाने का ऑफर दिया जा रहा है। सक्रिय दलाल यूजीसी से भारत में मान्यता प्राप्त विदेशी यूनिवर्सिटी की डिग्री दिलाने के दावे कर रहे हैं। समाज सेवा सहित अन्य क्षेत्र में 18 से 20 वर्ष का कागजी अनुभव दिखा कर डिग्री दिलाने के झांसे दिए जा रहे हैं।

पिछले 20 दिनों में सोशल मीडिया पर सक्रिय कई ऑनलाइन प्लेटफार्म पर ऑनरेरी पीएचडी के लिए क्वेरी जेनरेट की। इसके बाद दलालों ने कॉल कर ऑनरेरी पीएचडी की डिग्री 15 दिन से 3 महीने की अवधि में अवार्ड करवाने को लुभावने ऑफर दिए। एक दलाल ने तो यहां तक कहा कि अगर हमारी ऑनरेरी डिग्री लेकर नाम के आगे डॉक्टर लगाकर आप फंस गए तो वकील की सुविधा भी देंगे। आपको अपने स्तर पर पैरवी कर बचाएंगे।दलाल बोले-पैसे जमा करवाओ, कोरियर से घर ही भेजे देंगे डिग्रीडिग्री चार्जेबल है, आ नहीं सकते तो घर भी भेज देंगे, पेमेंट करो तो 24 घंटों में ही वेरिफिकेशनदलाल: ऑनरेरी डॉक्टरेट के लिए आपकी क्वेरी थी। इसके लिए कॉल की है। नाम के साथ डॉक्टर एड कर सकते हो।रिपोर्टर: इसके लिए क्या करना पड़ता है‌?दलाल: आपको सीवी भेजना है। वर्क एक्सपीरियंस कितना है? हम उसे यूनिवर्सिटी को फॉरवर्ड करेंगे।रिपोर्टर: मैं तो 10 वीं पास हूं। कितना पढ़ा लिखा होना जरूरी है?

दलाल: अगर सोशल सर्विस का काम है तो पढ़ाई का मैटर नहीं रहता। ये चार्जेबल है। 30 हजार रुपए लगेंगे। दिल्ली में प्रोगाम है। वहां नहीं आ सकते तो कोरियर से घर भेज देंगे। आधा पेमेंट पहले करना। कल पेमेंट कर दें तो 24 घंटे में वेरिफिकेशन करवा देंगे।रिपोर्टर: प्रोग्राम में डिग्री कौन देगा ?दलाल: 3-4 एकेडमिक चीफ गेस्ट और सेलिब्रिटी आएगी।रिपोर्टर: डिग्री कौनसी यूनिवर्सिटी की होगी ?दलाल: यूरोप की अच्छी यूनिवर्सिटी है।दलालों का दावा; अपने नाम के आगे डॉक्टर लगने से गेस्ट लेक्चर के पैसे मिलते हैं

दलाल: हैल्लो गुड आफ्टर नून। ऑनरेरी पीएचडी के लिए आपकी डिटेल रिसीव हुई है।रिपोर्टर: : क्राइट एरिया क्या रहेगा‌?

दलाल: उसमें आपका एक्सपीरियंस होना चाहिए। पैनल डिस्कशन करेंगे।

रिपोर्टर: कौन सी यनिवर्सिटी से डिग्री दिलवाओगे?दलाल: यूरोप की हॉकिन्स यूनिवर्सिटी है।

रिपोर्टर: : भारत की यूनिवर्सिटी नहीं देती क्या‌?

दलाल: नहीं सर, ये ग्लोबल रिकोग्नाइज होना चाहिए। इसकी वेलिडिटी है। ये यूनिवर्सिटी 170 देशों में मान्यता प्राप्त है। यूजीसी से भी मान्यता है‌

रिपोर्टर; ये डिग्री क्या काम आएगी?

दलाल: आपके नाम के आगे डॉक्टर लगा होने पर आपको यूनिवर्सिटीज गेस्ट लेक्चर के लिए इनवाइट करती है। वे चार्ज देते हैं।

रिपोर्टर; फीस कितनी है।

दलाल: टोटल 1.60 लाख रुपए है। पहले रजिस्ट्रेशन पर 30 हजार रुपए और बाकी डिग्री से पहले देने होंगे।रिपोर्टर: कई ऑनलाइन प्लेटफार्म 20 से 30 हजार भी लेते हैं?

दलाल: यूजीसी का सर्वे होता है। एक सौ में से 60 को अपने नाम से डॉक्टर हटाना पड़़ता है। हम जिस यूनिवर्सिटी से डिग्री दिलाएंगे। उसमें ऐसा नहीं है।नॉलेज: यूजीसी की लिस्ट में यूरोपियन यूनि. शामिल नहीं यूजीसी की वेबसाइट पर 1197 यूनिवर्सिटी की लिस्ट है। इसमें 57 केंद्रीय, 497 राज्य, 138 डीम्ड व 505 स्टेट प्राइवेट मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी शामिल हैं। इसमें उन यूरोपियन यूनिवर्सिटी का नाम शामिल नहीं है। दलाल ने जो यूनिवर्सिटी बताई, उस पर टीम ने मेल भेजा। कोई जवाब नहीं आया। यानी ये फर्जी हैं एक्सपर्ट- प्रो. भागीरथ सिंह बिजारणिया, पूर्व कुलपति। डिग्री पर कमेटी लेती है निर्णय, कुलाधिति की स्वीकृति जरूरीऑनरेरी पीएचडी की डिग्री किसी क्षेत्र में अनुभव के साथ बड़े कंट्रीब्यूशन पर ही किसी को दी जाती है। कला, साहित्य, विज्ञान, संगीत, राजनीति, कानून सहित किसी भी क्षेत्र में व्यक्ति विशेष का एक्सीलेंट वर्क होना चाहिए। हाईकोर्ट के न्यायाधीश, यूनिवर्सिटी के बीओएम सदस्य व कुलपति के प्रतिनिधि की कमेटी ऐसे व्यक्ति के नाम की सिफारिश करती है। इस पर कुलाधिपति स्वीकृति देते हैं। संबंधित व्यक्ति जानी पहचानी शख्सियत, पद्मश्री, अर्जुन अवार्ड सहित अन्य कोई प्रतिष्ठित अवार्ड से भी सम्मानित होना चाहिए। इन दिनों फेम के लिए ऑनरेरी पीएचडी का चलन बढ़ा है। इसमें कई प्लेटफार्म पैसे लेकर भी डिग्रियां बेच रहे हैं।

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