देहरादून में बुजुर्ग दम्पति को दो दिन तक रखा डिजिटल अरेस्ट, गिरफ्तारी का खौफ दिखाकर ठगे 44 लाख रुपये

News Desk
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 उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बुजुर्ग दंपती को 48 घंटे डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगों ने उनसे 44 लाख रुपये की ठगी कर दी। आरोपितों ने मनी लांड्रिंग में गिरफ्तारी का भय दिखाकर साइबर ठगी की है। साइबर ठग अब भी गिरफ्तारी का डर दिखाकर रकम मांग रहे थे। खातों में धनराशि न होने के चलते बुजुर्ग ने साइबर थाने में तहरीर दी जिसके आधार पर साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।

अजबपुर निवासी सुनील कुमार ने तहरीर देकर बताया कि वे अपनी पत्नी के साथ घर पर अकेले रहते हैं। 20 अप्रैल को उनके पास अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। वह खुद को मुंबई पुलिस में एसपी बता रहा था। उसने कहा कि आपकी आइडी से नरेश गोयल नाम के युवक ने बैंक खाता खोला है। जोकि मनी लांड्रिंग के केस में संलिप्त है, जिसके खिलाफ मुंबई के कुलावा पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज है।

इसके बाद आरोपी ने उनसे बैंक खातों की डिटेल मांगी और कहा कि नरेश गोयल के आदमी तुम्हारे आसपास ही घूम रहे हैं और मुंबई पुलिस के आदमी आपकी रक्षा के लिए सिविल वर्दी में आपके घर के आसपास ही मौजूद हैं। यदि कही जाओ तो फोन ऑन करने ही जाना, ताकि फोन की लोकेशन मिलती रहे। इससे वे और उनकी पत्नी बुरी तरह से डर गए और अपने बैंक खातों की डिटेल आरोपित को बता दी

इसके बाद आरोपी ने 21 अप्रैल को कहा कि जल्दी से 10 लाख रुपये अपनी जमानत के लिए भेजो। जमानत होने के बाद धनराशि आपके खाते में वापस कर दी जाएगी। ठगों ने यह भी कहा कि किसी को कुछ बताना नहीं है और यदि किसी अन्य का फोन आए तो उठाना नहीं है। डर के मारे उन्होंने (पीड़ित बुजुर्ग) ने आरोपी के बताए खाते में 10 लाख रुपये डलवा दिए। बताया कि 22 अप्रैल को आरोपी ने चार लाख रुपये की मांग की। इस पर उन्होंने आरोपी के खाते में 4 लाख रुपये भी भेज दिए। बताया कि फिर 23 अप्रैल को उन्होंने आरोपी की डिमांड पर उसके खाते में 30 लाख रुपये भेजे।

इसके बाद भी आरोपी फोन करके और धनराशि देने के लिए दबाव बना रहा था। जिसके बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ। शिकायत के आधार पर साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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