
दिनांक *8 मार्च 2025** को **शांतिकुंज, देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार * में **12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम** के तहत एक **व्यावसायिक/ शैक्षणिक भ्रमण** आयोजित किया गया। इस भ्रमण के दौरान छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय में स्थित **औद्योगिक इकाइयों** का अवलोकन कराया गया। इस भ्रमण का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को **उद्यमिता, उद्योग संचालन, उत्पादन प्रक्रिया एवं प्रबंधन** की व्यवहारिक समझ प्रदान करना था। छात्रों ने उद्यम स्थापना, व्यवसाय संचालन, विपणन रणनीतियों एवं वित्तीय प्रबंधन से जुड़े विभिन्न पहलुओं को निकट से देखा और सीखा। उन्होंने औद्योगिक गतिविधियों को प्रत्यक्ष रूप से समझा, जिससे उनके उद्यमशीलता कौशल को विकसित करने में सहायता मिली। इसके अतिरिक्त, छात्रों को **स्वरोजगार, स्टार्टअप कल्चर और नवाचार** से जुड़े विभिन्न आयामों की जानकारी भी प्रदान की गई। उन्होंने औद्योगिक विशेषज्ञों और सफल उद्यमियों से मार्गदर्शन प्राप्त किया, जिससे उनके भीतर **नवाचार और उद्यमिता की भावना** को और अधिक बल मिला। यह भ्रमण **उद्यमिता विकास कार्यक्रम** के महत्वपूर्ण चरणों में से एक रहा, जिससे छात्रों को वास्तविक औद्योगिक प्रक्रियाओं और उद्यम संचालन के व्यावहारिक पक्ष को समझने का अवसर प्राप्त हुआ। इस कार्यक्रम ने छात्रों को न केवल उद्योग जगत की

चुनौतियों से अवगत कराया, बल्कि उन्हें अपने स्वयं के **व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित** भी किया। इस व्यावसायिक /शैक्षणिक भ्रमण का सफल आयोजन **नोडल अधिकारी डॉ. कनुप्रिया** के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ, जिनके प्रयासों से छात्रों को उद्योग जगत की व्यवहारिक जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिला। इस कार्यक्रम में डॉ स्नेह लता, डॉ प्रीति शर्मा और डॉ दीक्षित कुमार का विशेष सहयोग रहा।