
ऋषिकेश पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश का भारत मंदिर इंटर कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन का शुभारंभ स्वयंसेवियों द्वारा योग से शुरू होकर भारत मंदिर इंटर कॉलेज का प्रांगण और उसके आसपास सफाई की गई और दिन में बौद्धिक सत्र आयोजित किया गया जिसमें मुख्य वक्ता राजनीति विज्ञान विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो हेमलता मिश्रा ने महिला सशक्तिकरण एवं विकसित भारत 2047 विषय पर संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण विकास को गति देता है और उन्हें सशक्त बनाने का सबसे प्रभावी तरीका ‘महिला-नेतृत्व वाला विकास दृष्टिकोण’ है।चूँकि भारत वर्ष 2047 तक एक ‘विकसित’ राष्ट्र बनने की महत्त्वाकांक्षा रखता है, इस चुनौती को पार करने में महिलाओं का सशक्तीकरण केंद्रीय भूमिका में होगा। महिला सशक्तीकरण और सामाजिक-आर्थिक विकास साथ-साथ आगे बढ़ते हैं, क्योंकि अकेले विकास से लैंगिक असमानताओं को दूर नहीं किया जा सकता है। दूसरों में आश्रित होना वही महिला सशक्तिकरण का बाधक है पुरुष प्रधान समाज होने के कारण लैंगिक समानता की आवश्यकता है महात्मा गांधी ने सभी आंदोलन में महिलाओं को आगे करते थे क्योंकि महिलाओं में सहनशक्ति ज्यादा होती है
वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ अशोक कुमार मेंदोला ने कहा
नारी शक्ति का प्रतीक है, जो समाज को संवारने और आगे बढ़ाने की क्षमता रखती है।” नारी सशक्तिकरण केवल एक विचार नहीं, बल्कि एक क्रांति है, जो समाज में महिलाओं को समानता, स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता प्रदान करने के लिए जरूरी है।
कार्यक्रम अधिकारी प्रो सीमा बेनीवाल ने कहा महिला सशक्तिकरण महिलाओं की आत्म-सम्मान की भावना; चुनाव करने और निर्णय लेने का उनका अधिकार है
कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर पारुल मिश्रा ने कहा
महिलाओं को हर क्षेत्र में समान अवसर मिलना चाहिए। बालिका शिक्षा को बढ़ावा एवं महिलाओं को उनके अधिकारों से अवगत करवाना इस अवसर परसिमरन गुप्ता पीयूष गुप्ता आशुतोष सिंह
रोहित सजवान सौरभ कुमार साक्षी नेथनी मानसी मोहित कुमार
सागर नेगी आसन पोखरियाल एवं कैंप में उपस्थित लगभग 150 स्वयंसेवी ने प्रतिभा किया
